नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सावरकर का नाम लेकर एक बार फिर राजनीति में हलचल मचा दी है। दिल्ली में आयोजित भारत बचाओ रैली में ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर माफी मांगने से इनकार करते हुए राहुल ने कहा कि वह राहुल गांधी है, राहुल सावरकर नहीं। वह मर जाएंगे पर माफी नहीं मांगेंगे। अब राहुल के इस बयान को लेकर तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ‘शिवसेना अपने मूल एजेण्डे पर अभी भी कायम है, इसलिए इन्होंने नागरिकता संशोधन बिल पर केन्द्र सरकार का साथ दिया और अब सावरकर को भी लेकर इनको कांग्रेस का रवैया बर्दाश्त नहीं है। किन्तु फिर भी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ अभी भी बनी हुई है तो यह सब कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है?’
1. शिवसेना अपने मूल एजेण्डे पर अभी भी कायम है, इसलिए इन्होंने नागरिकता संशोधन बिल पर केन्द्र सरकार का साथ दिया और अब सावरकर को भी लेकर इनको कांग्रेस का रवैया बर्दाश्त नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) December 15, 2019
2. किन्तु फिर भी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ अभी भी बनी हुई है तो यह सब कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है?
— Mayawati (@Mayawati) December 15, 2019
मायावती से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर राहुल गांधी को किताबें पढ़ने तक की नसीहत तक दे डाली। शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर लिखा, ‘हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी को भी मानते हैं, आप वीर सावरकर का अपमान ना करें, समझने वाले समझ गये है।’ इसके साथ ही उन्होंने अन्य ट्वीट में लिखा, ‘सावरकर आज भी देश के नायक हैं और आगे भी नायक ही बने रहेंगे। वीर सावरकर हमारे देश का गर्व हैं।’
बता दें कि कांग्रेस ने शनिवार से दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली में ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर माफी मांगने से इंकार करते हुए कहा कि उनका नाम राहुल गांधी है, राहुल सावरकर नहीं। वह मर जाएंगे पर माफी नहीं मांगेंगे।