Delhi: अयोध्या (Ayodhya) बनने वाली मास्जिद का नाम बाबरी मस्जिद के नाम पर नहीं रखा जाएगा. सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने साफ तौर पर कहा है कि अयोध्या में दी गई जमीन पर बनने वाली मस्जिद का नाम बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) के नाम पर नहीं होगा. इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रवक्ता ने बताया कि मस्जिद निर्माण में शिलान्यास के कार्यक्रम की इस्लाम में इजाजत नहीं है. सिर्फ नींव खोद कर मस्जिद की शुरुआत होती है, लेकिन इस जमीन पर जब अस्पताल या फिर ट्रस्ट के भवन की नींव रखी जाएगी तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया जाएगा.
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इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रवक्ता ने सीएम योगी को शुरुआत के कार्यक्रम बुलाने पर भी बयान दिया. ट्रस्ट के प्रवक्ता के मुताबिक जमीन पर शुरुआत के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को भी आमंत्रित किया जाएगा. आपको बता दें कि बीते दिनों एक निजि चैनल को दिए इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि मस्जिद (Babri Masjid) के शिलान्यास के कार्यक्रम में उन्हें न तो कोई बुलाएगा और न ही वह जाएंगे. सोशल मीडिया में पिछले 2 दिनों से लगातार यह चर्चा चल रही थी कि अयोध्या के पास रौनाही के धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद का नाम बाबर के नाम पर होगा, जिसके बाद सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने इस तरह की तमाम खबरों को खारिज कर दिया और इसे अफवाह बताया.
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हाल ही में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट का निर्माण किया है ये ट्रस्ट अयोध्या में मस्जिद और उसके साथ साथ अस्पताल, कम्युनिटी सेंटर और कम्युनिटी किचन समेत तमाम चीजें बनाएगा. साथ ही अयोध्या में इस्लामिक मामलों पर एक रिसर्च सेंटर भी होगा.