Auraiya News: औरैया की 31 वर्षीय रक्षा सोलंकी ने कान्हा की भक्ति भावना में लीन होकर भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति के साथ शादी कर ली। शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ परिजनों की सहमति से संपन्न हुई। औरैया जिले में कान्हा के प्यार में मीरा बनी युवती ने भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति के साथ लिए 7 फेरे,सिंदूर नहीं चंदन से मांग भर श्याम की वधु बनी रक्षा सोलंकी। यहां पर कृष्ण भक्ति में लीन युवती ने अपना सारा जीवन कान्हा के साथ रहने की ठानते हुए हिन्दू रीति रिवाज से भगवान कृष्ण से शादी कर ली।
कान्हा जी के नाम की हाथों में मेंहदी रचाई (Auraiya News)
विवाह कराने वाले पंडित रुद्रेश शुक्ला द्वारा विधि विधान से कान्हा जी का द्वारचार कराकर जयमाला आदि कार्यक्रम करवाया गया। इसके बाद अन्य शादी की रस्में अदा की गई। युवती ने कान्हा जी के साथ सात फेरे लेकर खुद को भगवान के हवाले कर दिया। युवती के परिजनों द्वारा बारातियों के लिए खानपान से लेकर अन्य आवभगत की व्यवस्था भी की गई।तो वही आनंद सोलंकी द्वारा भाई की सभी रस्में अदा की थी।
भगवान श्रीकृष्ण की दुल्हन बनी रक्षा सोलंकी ने कान्हा जी के नाम की हाथों में मेंहदी रचाई थी। और वहीं, महिलाओं द्वारा मंगलगीत गाए गए। शादी की परंपरा के अनुसार दुल्हा-दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है लेकिन इस शादी की परंपरा भी कुछ अलग हुई यहां रक्षा सोलंकी की ओर से खुद भगवान श्रीकृष्ण के नाम की चंदन से मांग भरी गई। हाथों में पीतल के कान्हा जी को स्वजन की ओर से सोने की जंजीर,अंगूठी, कानों के कुंडल और चांदी की मुरली, मुकुट खड़ुवा, बंशी और चरणपादुका वहीं युवती के लिए सोने का मांगटीका,अंगूठी, मंगलसूत्र,पायलें आदि जेवरात दिए गए।
मायके पक्ष के लोगो के द्वारा सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज देकर बेटी को अपने दामाद श्री कृष्ण के साथ विदा किया गया। वहीं रक्षा ने कहा कि मुझे बार-बार श्री कृष्ण का सपना आ रहा था और घर पर शादी का दबाव था। तो मैंने भगवान श्री कृष्ण को अपना वर माना और शादी करके श्याम वधु बन गई ।