दिल्ली। 7 साल बाद निर्भया के चारों आरोपी मुकेश सिंह, अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता, और विनय शर्मा को एक साथ शुक्रवार को सुबह 5:30 बजे फांसी पर लटकाया गया। आरोपियों को फांसी होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब सब संकल्प लें कि अब दूसरी निर्भया नहीं होने देंगे।
Delhi CM Arvind Kejriwal:It took 7 yrs for justice to be delivered. Today,we’ve to take a pledge that a similar incident does not happen again. We’ve seen how the convicts manipulated the law until recently.There are a lot of loopholes in our system, we need to improve the system pic.twitter.com/C5nlrs91k0
— ANI (@ANI) March 20, 2020
केजरीवाल ने आगे कहा कि निर्भया की पहले वहशियाना तरीके से इज्जत लूटी गई और उसके बाद उसकी हत्या कर दिया। पिछले सात साल से पूरा देश इसके खिलाफ न्याय की उम्मीद में बैठा था। आज निर्भया के दोषियों को फांसी हुई है। सात साल लग गए इसमें मुझे लगता है कि आज वो दिन है कि हम सबको मिलकर संकल्प करने की जरूरत है कि दूसरी निर्भया अब नहीं होनी चाहिए।
Tihar Jail DG: The bodies of all four 2012 Delhi gangrape case convicts will be handed over to their families after postmortem. pic.twitter.com/g0Hq6drJfV
— ANI (@ANI) March 20, 2020
केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने देखा है कि पिछले कुछ महीनों से किसी तरह से फांसी की सजा मिलने के बाद भी पूरे सिस्टम को इन लोगों ने किस तरह से घुमाया और हर बार फांसी की सजा मिलती थी और टल जाती थी। हमारे सिस्टम में बहुत सी कमियां हैं जो गलत काम करने वालों को प्रोत्साहन देती है कि जो मर्जी करो कुछ नहीं होगा और केस लटकते रहेंगे।
Delhi: Badrinath Singh, father of 2012 Delhi gang-rape victim shows victory sign, says, “Today is our victory and it happened because of media, society & Delhi police. You can understand what is inside my heart by my smile”. pic.twitter.com/lGhzP2lPAV
— ANI (@ANI) March 20, 2020
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि फांसी की सजा मिलने के बाद भी मुझे लगता है कि आज का दिन है कि हम सबको मिलकर संकल्प लेना चाहिए कि अब इस देश में दूसरी निर्भया नहीं होने देंगे और इसके लिए हमें कई स्तरों पर काम करने की जरूरत है। हमें पुलिस का सिस्टम ठीक करने की जरूरत है। कोई महिला पुलिस में जाती है तो उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की जाती, जिसने गलत काम किया होता है। उसकी शय पर पीड़िता को तंग किया जाता है। उसे ठीक करने की जरूरत है।
5:30 बजे फांसी पर लटकाया-
इस मामले में तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया कि चारों दोषियों को ठीक 5:30 बजे फांसी पर लटकाया गया और करीब 6 बजे यानी आधे घंटे बाद चारों को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। जेल प्रशासन सूत्रों के अनुसार चारों दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाया गया और इसके लिए जेल नंबर-3 की फांसी कोठी में दो तख्तों पर चारों को लटकाने के लिए चार हैंगर बनाए गए थे। इनमें से एक का लीवर मेरठ से आए जल्लाद पवन ने खींचा तथा दूसरे लीवर को जेल स्टाफ ने खींचा।