नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में सीआरपीएफ मुख्यालय का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बहादुर सशस्त्र बल है। उन्होंने कहा कि इतिहास को सीआरपीएफ की बहादुरी को एक खास स्थान देना होगा।
इन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि देश में 80-90 के दशक में कई घटनाएं हुईं, जिनमें देश के लोगों को गुमराह किया गया और देश के अंदर आतंकवाद को फैलाया गया। उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को CRPF के केवल 10 जवानों ने चीन की सेना से लोहा लिया था, जबकि चीन की सेना के पास आधुनिक तकनीकों से लैस हथियार थे।
At the Foundation Stone Laying Ceremony of CRPF Headquarters in New Delhi. @crpfindia https://t.co/Gjikg9L3pZ
— Amit Shah (@AmitShah) December 29, 2019
गृहमंत्री ने कहा कि किसी भी सूरत में सीआरपीएफ के बलिदान को अनदेखा नहीं किया जा सकता। त्रिपुरा और पंजाब में आतंकवाद पूरी तरह से खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सीआरपीएफ के जवानों को होने वाली दिक्कतों से अच्छे से वाकिफ हैं। इसके साथ ही उन्होंने CRPF के जवानों के लिए बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि हर जवान साल में 100 दिन अपने परिवार के साथ बिताए।
उन्होंने कहा कि जवानों को 100 दिन की छुट्टी के लिए हमने कमेटी बना दी है। इसके लिए कुछ संस्थाओं को सॉफ्टवेयर बनाने के भी निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके लिए अगले बजट में प्रावधान आएगा।