Gyanwapi Survey Report: ‘सत्य ही शिव है,शिव ही सत्य है’….. बीते कई दिनों से चल रहे ज्ञानवापी सर्वे को लेकर पूरे देश में संशय का माहौल है। ज्ञानवापी मामले में सर्वे के होने के बाद हिन्दू पक्ष ने दावा किया था, कि मंदिर परिसर में वजूखाने के पास ‘शिवलिंग’ है। (Survey Report)
वहीं, तीन दिन तक चले इस सर्वे के बाद कई बाते सामने आई। जहाँ एक तरफ हिन्दू पक्ष ने ‘हर हर महादेव’ के नारे लगाए, वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा कि वो शिवलिंग नहीं बल्कि फव्वारा है।
वही, तीन- चार दिन के इंतजार के बाद अब, ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट सामने आ गई है। रिपोर्ट में कई अहम चीज़े और अहम दावे किया है, जिसको लेकर तमाम बाते बनना अब शुरू हो गई है।
आपको बता दे कि ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट पूर्व कमिश्नर अजय मिश्रा ने जारी की है, यानी अभी इसकी आधिकारिक रिपोर्ट सामने नहीं आई है। वहीं अब इसको लेकर सियासत बढ़ने के भी पूर्वानुमान है।
क्या लिखा है Survey रिपोर्ट में..?
ज्ञानवापी रिपोर्ट में कई अहम बाते कही गई है, जिसमे मंदिर होने की बात पर मुहर लग गई है। रिपोर्ट में ‘महादेव’ के होने के दावों पर पक्की तौर पर मुहर लग गई है। ज्ञानवापी रिपोर्ट में कहा गया है की-
-कई जगह देवी-देवताओ की आकृति मिली
-4 मूर्तियों पर सिन्दूरी रंग मिला
-नागफन जैसी आकृति देखी गई
-पत्थरो के भीतर भी कलाकृति
काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष का बड़ा बयान
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय ने कहा है कि ‘वो जो आकृति दिख रही है वो शिवलिंग ही है. वो फाउंटेन नहीं है, वहां पर फाउंटेन का क्या काम? उस स्वरूप को हमको सौंप देना चाहिए, जिससे उसकी पूजा अर्चना कर सकें. उस स्थान पर कोर्ट का जल्द फैसला होना चाहिए.’
वाराणसी की जिला अदालत में आज उन दो याचिकाओं पर भी सुनवाई होगी जिन पर बुधवार को वकीलों की हड़ताल की वजह से सुनवाई नहीं हो पाई थी.
कोर्ट आज हिंदू पक्ष की ओर से दीवार तोड़कर जांच कराने की मांग पर सुनवाई करेगा. महिला पक्ष की तरफ से दायर याचिका में नंदी के सामने बंद दीवार को तोड़कर रास्ता देने और शिवलिंग वाली जगह पर पूजा की इजाजत की मांग की गई है.
वहीं एक अन्य याचिका में वुज़ूखाने में मौजूद मछलियों को कहीं और शिफ्ट करने और नमाज़ियों के वुज़ू करने और शौचालय की व्यवस्था सील की गई जगह से दूर करने के लिये याचिका दी गई है.