मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश मुरादाबाद के असालतपुरा स्लाटर हाउस कांड में दोषी पाए गए पुलिस कर्मियों पर एसएसपी अमित पाठक मे कड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी अमित पाठक ने इस कांड में दोषी पाए गलशहीद थाना प्रभारी दिनेश शर्मा व चार उपनिरीक्षकों समेत 14 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इस मामले मेंम विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जिन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें थाना प्रभारी गलशहीद दिनेश चंद्र शर्मा, चौकी प्रभारी असालतपुरा सुनील कुमार, एसआइ सोनू कुमार, एसआइ प्रमोद कुमार शर्मा, एसआइ अजीत कुमार के अलावा मुख्य आरक्षी विकास कुमार यादव, मुहम्मद अनवर, आरक्षी नौशाद खान, कपिल कुमार, सोमपाल, मनीत प्रताप, दुष्यंत सिंह, अंकित चौहान, व आरक्षी चालक सचिन कुमार शामिल हैं।
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ये है पूरा मामला
बता दें कि मुरादाबाद के असालतपुरा स्थित अवैध बूचड़खाने पर 23 अक्टूबर की आधी रात पुलिस ने छापेमारी की। इस छापेमारी में 117 जिंदा और 35 मृत पशु पकड़े गए। वहां से साढ़े दस लाख की नकदी बरामद हुई। 39 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस छापेमारी के बाद गलशहीद पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हुए। जांच हुई तो सामने आया कि इस अवैध बूचड़खाने को पुलिस का सपोर्ट था।
एसपी ट्रैफिक ने की गलशहीद पुलिस की भूमिका की जांच
एसएसपी अमित पाठतक ने गलशहीद पुलिस की भूमिका की जांच करने की जिम्मेदारी एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र को दी। उन्होंने जांच में पाया कि गलशहीद थाने में तैनात और इस वक्त सम्भल पुलिस लाइन में तैनात आरक्षी सत्यवीर सिंह भी दोषियों की भूमिका में शामिल हैं। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि स्लाटर हाउस कांड में अभी कई अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच जारी है।