जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) परिसर से संसद तक मार्च करने के दौरान छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज के खिलाफ दिव्यांग छात्रों ने प्रदर्शन किया। छात्रों पर बुधवार को पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। लाठीचार्ज के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस मुख्यालय जा रहे जेएनयू के दिव्यांग छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि, पुलिस ने बाद में दिव्यांग छात्रों को छोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने सभी छात्रों को हिरासत में लेकर वसंत कुंज पुलिस स्टेशन भेज दिया था, इसके बाद प्रदर्शन के लिए करीब 30-40 छात्र पुलिस मुख्यालय पहुंचे। जहां कर उन्होंने दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच जेएनयू प्रबंधन ने बुधवार को छात्रों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की। प्रबंधन ने कहा कि छात्र कक्षा में पढ़ाई के लिए आना शुरू कर दें। उन्होंने सभी छात्रों से कहा कि कक्षाओं को नियमित रूप से चलने दें।
वहीं पुलिस मुख्यालय के बाहर फीस वृद्धी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जेएनयू छात्रसंघ के प्रतिनिधियों ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात की। छात्रों ने अपनी बातें रखीं और बताया कि वो क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्रों ने कहा प्रदर्शन जारी रहेगा-
मानव संसाधन मंत्रालय की बैठक के बाद जेएनयू छात्रसंघ ने बयान दिया, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्रसंघ ने कहा कि हम वीसी से मिलकर अपनी बातें रखना चाहते हैं, लेकिन वो हमसे मुलाकात नहीं कर रहे।
JNU छात्रों पर लाठीचार्च पर इन संगठनों का विरोध-
जेएनयू में फीस बढ़ोत्तरी के विरोध में हरियाणा के जन संघर्ष मंच और समतमूलक महिला संगठन ने गोहाना में प्रदर्शन किया। संगठन ने जेएनयू छात्रसंघ के संसद मार्च के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। फीस बढ़ोत्तरी के फैसले को पूरी तरह वापस लेने की मांग की।
जेएनयू छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध पूरे देश में हो रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने प्रेस रिलीज जारी कर छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। शिक्षक संघ ने कहा, जिस तरह से विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्रों पर फीस विद्धी के फैसले को थोपा है, वह विश्वविद्यालय की मर्यादा के खिलाफ है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है।
गौरतलब है कि सोमवार को फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ जेएनयू के छात्रों ने यूनिवर्सिटी से संसद के लिए मार्च निकाला था। प्रशासन ने संसद भवन के आसपास धारा 144 लागू की थी। बावजूद छात्रों ने अपना मार्च जारी रखा। पुलिस ने इस दौरान छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाईं।