इन तीन वैक्सीन पर भारत कर रहा है काम, जानें कब तक आ पाएंगी?

भारत में अभी तीन कंपनियां कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर काम कर रही हैं। यह कंपनियां मानव ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण पर काम कर रही हैं।

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Corona Vaccination
देश में वैक्सीनेशन की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने हर रोज एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना बनाई है।

NeW Delhi: पूरी दुनिया को कोरोना वायरस की वैक्सीन (Corona Vaccine) का इंतजार है। कई देश कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए है, जिनमें भारत भी शामिल है। अमेरिका, रूस, ब्रिटेन के अलावा भारत में भी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर काम चल रहा है। हालांकि रूस ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन बना ली है लेकिन भारत उसे पहली पसंद के रूप में नहीं देख रहा है।

देश की वैक्सीन (Corona Vaccine) रणनीति से अवगत एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि भारत जिन वैक्सीन के विकल्पों को देख रहा है उनमें ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका और अमेरिका के मॉडर्न-एनआईएआईडी द्वारा विकसित किए जा रही कोविड 19 की वैक्सीन शामिल हैं। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को कोरोनावायरस की वैक्सीन के बारे में बताया था।

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पीएम मोदी ने कहा था कि वर्तमान में भारत में कोराना की एक नहीं, बल्कि तीन-तीन वैक्सीन्स पर टेस्ट किया जा रहा हैं। जिनमें पहली कोवैक्सिन है। कोवैक्सिन का पहला चरण पार हो चुका है। कोवैक्सिन का ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल दिल्ली, पटना, भुवनेश्वर, चंडीगढ़ समेत देश के 12 हिस्सों में चल रहा है। कोवैक्सिन का निर्माण भारत बायोटेक, आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी (एनआईवी) ने मिलकर किया है।

दूसरी वैक्सीन ‘जायकोवी-डी’ है। भारतीय दवा बनाने वाली कंपनी जायडस कैडिला ने प्लाज्मिड डीएनए वैक्सीन ‘जायकोवी-डी’ का 6 अगस्त से दूसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण शुरू कर दिया है। पहले चरण का क्लिनिकल परीक्षण हानिरहित और सहनीय रहा था। कंपनी ने कहा कि पहले चरण के क्लिनिकल परीक्षण में वैक्सीन की खुराक दिए जाने पर स्वयंसेवी स्वस्थ पाए गए। उन्होंने इस खुराक को अच्छी तरह सहन कर लिया। परीक्षण 15 जुलाई को शुरू हुआ था।

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इसके बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया,एस्ट्रजेनेका ऑक्सफोर्ड वैक्सीन पर काम कर रही है। उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन तैयार कर लेगी। इसके तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है। इसका भारत में अगस्त में मानव परीक्षण शुरू होने की उम्मीद है। वहीं आज दोपहर नीति आयोग के वीके पॉल की अगुवाई में बना पैनल फार्मा ने इन तीनो कंपनियों के साथ मुलाकात की। इस मीटिंग में सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला, जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज आर पटेल और भारत बायोटेक के एमडी कृष्णा एला को भी बैठक में शामिल हुए।

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