दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून 2019 के विरोध में 60 दिन से अधिक से महिलाएं धरना प्रदर्शन कर रहीं हैं। ये प्रदर्शनकारी महिलाएं लगातार सरकार से अपील करती रहीं हैं कि सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने शाहीन बाग आए। लोकिन, सत्ताधारी पार्टी के नेता शहीन बाग को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं।
मालूम हो कि बीजेपी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले यूपी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि चाहे जो भी कर लो CAA वापस नहींल लेंगे। बीजेपी के ही राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा शाहीन बाग को तौहीन बाग तक बता चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के इस रुख को देखते हुए शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अपनी ओर से गृहमंत्री से मिलने की पहल की है।
बता दें कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने फैसला किया है कि वे गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अपनी बात उनके सामने रखेंगे। जानकारी के अनुसार, शाहीन बाग की सभी महिला प्रदर्शनकारी अपनी मांगों के साथ गृह मंत्री के आधिकारिक आवास पर मुलाकात करने के लिए जाने वाली हैं।
शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की प्राथमिक मांग नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की है। हालांकि, सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, गृह मंत्री कार्यालय को ऐसी किसी मुलाकात के लिए प्रदर्शनकारियों की तरफ से अब तक कोई अर्जी नहीं मिली है।
उल्लेखनीय है कि शाहीन बाग में दिसंबर से ही धरने पर बैठी महिलाएं सीएए के साथ ही एनआरसी और एनपीआर का भी विरोध कर रही हैं। इस प्रदर्शन को 60 दिन से भी अधिक हो चुके हैं। शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाओं के हवाले से कबर है कि वे कल दोपहर 2 बजे अमित शाह से मिलने जाएंगी। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि हमारे बुलाने से गृह मंत्री और पीएम मोदी शाहीन बाग नहीं आए, लेकिन हमारी सरकार से हमें मिलने के लिए 3 दिन का वक्त मिला है।
गृहमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा था, अगले तीन दिन में सीएए को लेकर कोई भी उनसे आकर मुलाकात कर सकता है। जिस किसी को भी सीएए को लेकर आपत्ति है, वह उनसे बात करने के लिए तैयार हैं। शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि उन्हें प्रशासन से सुरक्षा चाहिए। हम शांति के साथ गृह मंत्री से मिलने जाएंगे। हमें रोका ना जाए बल्कि प्रशासन हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करे।