RBI के पूर्व गवर्नर का बयान, PMO को बताया अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत का कारण…

देश की अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है, हाल ही में आए जीडीपी के आंकड़ों से राजनीतिक गलियारों में बयान बाजी का दौर जारी है। इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में छाई मंदी पर बयान दिया है।

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Raghuram Rajan

देश की अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है, हाल ही में आए जीडीपी के आंकड़ों से राजनीतिक गलियारों में बयान बाजी का दौर जारी है। इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में छाई मंदी पर बयान दिया है।

राजन ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, रियल एस्टेस क्षेत्र में आर्थिक सुस्ती के कारण इस सेक्टर पर काफी दबाव है। इसलिए अगर जल्द से जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। रघुराम राजन ने कहा, देश मंदी के दौर से गुजर रहा है। अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत का कारण अर्थव्यवस्था का संचालन प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से होना है।

रघुराम राजन ने कहा कि मंत्रियों के पास कोई शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूंजी लाने के नियमों को उदार बनाने की जरूरत है। इसके अतिरिक्त राजन ने भूमि और श्रम बाजारों में सुधार व निवेश एवं ग्रोथ को बढ़ावा देने की भी अपील की है।

पूर्व आरबीआई गवर्नर ने कहा, सुधारों के लिए फैसले के साथ-साथ विचार और योजना पर निर्णय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुछ नजदीकी लोग और पीएमओ के लोग ही लेते हैं, जो आर्थिक सुधारों के मामलों में काम नहीं करते हैं।

राजन ने कहा, रियल एस्टेट के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर भी समस्या से जूझ रहा है। इन तीनों सेक्टर को सबसे ज्यादा कर्ज नॉन बैंकिंग फाइनैंशल कंपनी (NBFC) से प्राप्त हुआ है। एनबीएफसी कर्ज बांटने की हालत में नहीं रह गई हैं। उन्होंने इसका कारण बैड लोन का आकार बढ़ जाना बताया है।

राजन ने कहा ने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों पर काफी आर्थिक दबाव है। भारत की विकास दर घटती जा रही है। वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ये 4.5 फीसदी पर पहुंच गई थी, जो पिछले 6 सालों में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि भारत में बेरोजगारी भी एक बड़ी समस्या है।

भारत में 47 अरब डॉलर यानी करीब 3.3 लाख करोड़ रुपये के प्रॉजेक्ट फंसे हुए हैं। इसके अलावा रघुराम राजन ने काह कि अब तक 4.65 लाख यूनिट घर निर्माण की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। इन सभी प्रॉजेक्ट को पूरा करने में 2 से 8 वर्षों का समय लग सकता है।

राजन ने कहा ने कहा, सरकार का लक्ष्य साल 2024 तक 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का है। जिसके लिए हर साल 8 से 9 फीसदी की वृद्धि अनिवार्य है, जो बेहद मुश्किल है।

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