Presidential Election 2022: भारत में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं, जिसे लेकर भाजपा की नेतृत्व वाले NDA और कांग्रेस की अगुआई वाले UPA गठबंधन में हलचल बढ़ गई है। सियासी पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हैं। इसी बीच आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का बयान सामने आया है।
क्या बोले जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम
आगामी राष्ट्रपति चुनाव से पहले फारूख अब्दुल्लहा ने संयुक्त विपक्ष का उम्मीदवार बनने की संभावना से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि वो जम्मू और कश्मीर को इस नाज़ुक घड़ी में आगे ले जाने में अपना योगदान देना चाहते हैं। उनके कदम पीछे खींचने के बाद सियासी गलियारे में दूसरे नामों की चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि इन्हीं में से कोई एक नाम फाइनल हो जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘मेरे आगे बहुत अधिक सक्रिय राजनीति है। मैं जम्मू-कश्मीर और देश की सेवा में सकारात्मक योगदान देने के लिए तत्पर हूं। मेरा नाम प्रस्तावित करने के लिए मैं ममता दीदी का आभारी हूं। मैं उन सभी वरिष्ठ नेताओं का आभारी हूं जिन्होंने मुझे अपना समर्थन दिया।’
इन नामों पर हो रहा विचार
Presidential Election 2022 के लिए पहले तो शरद पवार ने उम्मीदवार बनने से इनकार किया उसके बाद अब फारूख अब्दुल्ला ने भी खुद को इस रेस से अलग कर लिया है। ऐसे में कई दूसरे नाम जो राष्ट्रपति पद के लिए दावेदार माने जा रहे हैं, उनमें महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी का नाम सबसे आगे चल रहा है।
इसके अलावा राष्ट्रपति चुनाव के लिए, मुलायम सिंह यादव, यशवंत सिन्हा और केरल से सांसद एनके प्रेमचंद्रन के नामों पर विचार किया जा रहा है।