Lassa Fever: ओमीक्रोन के बाद लासा वायरस ने दी दस्तक, क्या है लासा बुखार, कैसे फैलता है, क्या है इसके लक्षण और बचाव

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Lassa Virus
Lassa Fever: ओमीक्रोन के बाद लासा वायरस ने दी दस्तक, क्या है लासा बुखार, कैसे फैलता है, क्या है इसके लक्षण और बचाव

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Lassa Fever Causes: देश में कोरोना से थोड़ी राहत मिली ही थी की नए वायरस ने दस्तक दे दी है। कोरोना के नए-नए वेरिएंट भी लोगों के मन में डर को पैदा किए हुए हैं. इस नए वायरस का नाम है लासा वायरस (Lassa Virus). स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले ही चेतावनी दे दी है कि यह वायरस भी महामारी का रूप ले सकता है.

ऐसे में सतर्कता बरतने की जरूरत है. आइए जानते है इस व्=वायरस से कैसे बच्चाओ किया जा सकता है और इसके किस तरह के लक्षण होते है।

आखिर क्या है लासा वायरस ?
लासा वायरस के कारण व्यक्ति को लासा बुखार (Lassa Fever) हो जाता है. बता दें कि यह एक गंभीर हीमोरेजिक बीमारी (Hemorrhagic) होती है. इस वायरस का संबंध एरेनावाइरस (Arenavirus) परिवार से है. इसके शुरुआती लक्षण लोगों को नजर नहीं आते हैं. हालांकि यह खतरनाक समस्या है, जिसके लक्षणों के बारे में पता होना जरूरी है.

चूहे से फैलता है लासा वायरस

यह संक्रमण चूहों के माध्यम से फैलता है. यदि कोई व्यक्ति चूहे के मल, मूत्र या उनके दूषित खाने के संपर्क में आता है तो लासा वायरस की समस्या हो सकती है. इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के तरल पदार्थ के संपर्क में आता है तब भी यह समस्या हो सकती है। हालांकि ये वायरस कोरोनावायरस की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है.

अगर इसकी इनक्यूबेशन रेंज (Incubation Period) की बात की जाए तो वे लगभग 10 दिन होती है. बता दें कि वायरस के लिए कोई टीका अभी तक मौजूद नहीं है लेकिन एंटीवायरल दवा र‍िबाव‍िर‍िन (Ribavirin)व्यक्ति को दी जाती है.

लासा बुखार के लक्षण (Lassa Fever Symptoms)

  • व्यक्ति के फेफड़ों में पानी भर जाना.
  • गले में दर्द की समस्या.
  • दस्त की समस्या हो जाना.
  • मतली या उल्टी की समस्या.
  • चेहरे पर सूजन नजर आना.
  • आंतों में खून की समस्या होना.
  • योनि से खून आना.
  • लो ब्लड प्रेशर की समस्या होना.
  • सांस लेने में तकलीफ महसूस करना.
  • शरीर में कपकपाहट होना.
  • व्यक्ति के सुनने की क्षमता का प्रभावित होना.
  • दिमाग में सूजन आ जाना.
  • लासा बुखार के गंभीर लक्षण की बात की जाए तो मरीज कोमा में जा सकता है या उसकी मृत्यु भी हो सकती है.

लासा बुखार (Lassa Fever) से बचाव

  • व्यक्ति को चूहे के मल-मूत्र या उसके दूषित खाने से दूर रहना चाहिए.
  • चूहों को घर में ना आने दें.
  • खाना खाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धोएं.
  • खाने को ढ़ककर रखें.
  • खाने से पहले प्लेट को अच्छे से धोएं.
  • कच्चा खाना खाने से बचें.
  • खाने को पकाकर ही खाएं.
  • अपने घर को साफ एवं स्वच्छ रखें.

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