गुरुवार को टेरर फंडिंग केस Terror Funding Case से जुड़ी बड़ी ख़बर सामने आई है. अलगाववादी नेता यासिन मलिक Yasin Malik को दोषी करार दिया गया है. यासिन मलिक ने आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की बात कबूली थी. जिसके बाद NIA कोर्ट ने यासीन मलिक को दोषी पाया है, उसे इस मामले में कितनी सजा मिलेगी. इस पर फैसला 25 मई को होगा.
यासीन पर लगीं UAPA की धारा
बता दें कि, यासीन मलिक ने बीते दिनों खुद कबूला था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था. उसने आपराधिक साजिशें भी रची थीं और उस पर लगीं देशद्रोह की धारा भी सही हैं. यासीन पर जो UAPA के तहत धाराएं लगी हैं, उसे भी उसने स्वीकार कर लिया था.
देशद्रोह का भी चल रहा है मुकदमा
अलगाववादी नेता यासीन मलिक पर आतंकी साजिश रचने और देशद्रोह के मामले में कई गंभीर धाराएं लगीं है. जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ना तय है. यासीन मलिक कश्मीर की राजनीति में सक्रिय रहा है. युवाओं को भड़काने में उसका अहम हाथ माना जाता है.
JKLF से जुड़ा है यासीन मलिक
यासीन मलिक जम्मू- कश्मीर लिबरेशन फ्रंट JKLF से जुड़ा है. साल 2019 में केंद्र सरकार ने JKLF पर प्रतिबंध लगा दिया था. वह अभी तिहाड़ जेल में बंद है. यासीन मलिक पर 1990 में एयरफोर्स के 4 जवानों की हत्या का आरोप है, जिसे उसने स्वीकारा था. अब यासीन मलिक को आजीवन कारावास की सजा मिल सकती है.