Delhi: फेस्टिव सीजन को देखते हुए भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तरफ से 100 और ट्रेनें चलाने की घोषणा की जा सकती है। बता दें कि अभी रेलवे ‘स्पेशल ट्रेन’ (Special Train) के तर्ज पर केवल 230 एक्सप्रेस ट्रेनें चला रहा हैं जिनमें 30 राजधानी भी शामिल हैं। अब जिन 100 ट्रेनों को चलाने की तैयारी है, उन्हें भी ‘स्पेशल’ ही रखा जाएगा। और यह ट्रेनें इंटरस्टेट और इंफ्रास्टेट होंगी। सूत्रों के अनुसार, रेल मंत्रालय (Railway Ministry) को गृह मंत्रालय (Home Ministry) से अनुमति का इंतजार है। सूत्रों ने यह भी कहा कि अगले दो महीनों या अप्रैल में जब रेलवे जीरो-बेस्ड टाइम टेबल जारी करेगा तो इन ट्रेनों के समय में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
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रेल मंत्रालय पहले से ही चरणबद्ध ढंग से रेल सेवाएं शुरू करने की बात कर चुका है। यात्रियों की डिमांड और कोविड के हालात को देखते हुए ट्रेनें (Special Train) चलाई जानी थीं, मगर बार-बार प्लान स्थगित कर दिया गया। केंद्र सरकार ने अनलॉक 4 के तहत सितंबर के दूसरे हफ्ते से मेट्रो रेल सेवाएं शुरू करने की अनुमति दे दी है जिसके बाद बड़े पैमाने पर वर्कफोर्स एक जगह से दूसरी जगह जाएगी। साथ ही त्योहारों के कारण भी ट्रेनों की डिमांड बढ़ जाती है।
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आरटीआई ने जानकारी दी कि कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के चलते रेलवे ने इस साल 1.78 करोड़ से ज्यादा टिकट रद्द किए हैं। पीटीआई के अनुसार, इसी दौरान 2,727 करोड़ रुपये की रकम वापस की गई। रेलवे ने 25 मार्च से ही अपनी यात्री ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी थी। इस तरह, पहली बार रेलवे को टिकट बुकिंग से जितनी आमदनी हुई उससे ज्यादा रकम वापस की गई। पिछले साल एक अप्रैल से 11 अगस्त के बीच रेलवे ने 3,660.08 करोड़ रुपये वापस किए थे और समान अवधि में 17,309.1 करोड़ रुपये का राजस्व आया। ऐसा पहली बार हुआ है जब रेलवे को टिकट बेचने से जितनी आय हुई, उससे ज्यादा उसने रकम वापस की है।
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देशभर में कोरोना वायरस के कारण 22 मार्च से पैसेंजर ट्रेनों और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। यह पहला मौका है जब देश में रेल सेवाएं रोकी गई हैं। लेकिन बाद में देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें (Special Train) चलाई गई थीं। इसके बाद 12 मई से राजधानी के मार्ग पर कुछ स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं और फिर 1 जून से 100 जोड़ी ट्रेनें शुरू की गई थीं।