New Delhi: भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद (India And China Issue) पर चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लद्दाख में (India China Border) चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के तरफ से किए गए बदलावों से निपटने के लिए सैन्य विकल्पों पर भी विचार हो रहा है। रावत ने यह बयान उस समय दिया है, जब चीन सीमा पर (India China Border) बातचीत को लगातार असफल कर रहा है।
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उन्होंने यह भी कहा कि अगर बातचीत फेल होती है तो सैन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) , राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) और राष्ट्रीय सुरक्षा के जिम्मेदार लोग इस कोशिश के साथ सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं कि पीएलए लद्दाख में पहले जैसी स्थिति में लौट जाए। सीडीएस रावत ने इस धारणा को भी खारिज कर दिया कि प्रमुख खुफिया एजेंसियों के बीच संयोग की कमी है।
India has ‘military options’ to deal with Chinese transgressions if talks fail: CDS Rawat
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— ANI Digital (@ani_digital) August 24, 2020
वहीं रविवार को चीन सीमा तनाव पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) और सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) के साथ बैठक की थी। इस बैठक में तीनों ने वर्तमान हालात और चीन के रवैये पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि यह बैठक तकरीबन डेढ़ घंटे तक चली थी।
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बता दें कि सीडीएस बिपिन रावत के इस बयान से पहले 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा था कि ‘एलओसी से लेकर एलएसी तक जिसने भी भारत की संप्रभुता की तरफ आंख उठाकर देखा है देश की सेना ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है.’