Vidhan Sabha Election 2022: राजनीती की गलियों से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें की मेघालय में कांग्रेस पार्टी के 12 विधायक नेता ने TMC का दामन थाम लिया है। इससे पहले कांग्रेस में 17 TMC नेता थे। आये दिन राजीतिक पार्टियों का फेरबदल चालु है। हालाँकि इसमें पूर्व सीएम मुकुल संगमा (CM Mukul Sangma) का नाम भी सुनने में आ रहा है। सीएम संगमा इस फेरबदल को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते है।
Delhi में ममता बनर्जी ने सोनिया गाँधी को किया अनदेखा
बुधवार रात प्रेस से बात करते हुए विधायक शंगप्लियांग ने ईस्ट खासी हिल्स जिले के मौसीनराम से कहा की “मेघालय में कांग्रेस के 17 में से 12 विधायकों ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया है. हम पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में औपचारिक रूप से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे.”
इधर, बंगाल सीएम ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने के बावजूद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात नहीं की. बता दें की कांग्रेस विधायक दोपहर को एक बजे तक तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ये दो बड़े नेता भी शामिल हुए TMC में
बता दें की झारखंड और बिहार की राजनीति का चेहरा पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद हाल ही में टीएमसी में शामिल हुए हैं. महिला कांग्रेस अध्यक्ष रही सुष्मिता देव पहले ही टीएमसी में शामिल हो चुकी हैं.
इन विधायकों ने थामा ममता का साथ
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लिईजिन्हो फेलेरियो कांग्रेस के हाथ को छोड़ चुके हैं. पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कांग्रेस को टाटा कह कर ममता खेमे में चले गए और उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेश पति त्रिपाठी भी टीएमसी में शामिल होने वाले लोगों में शामिल हैं. ऐसे में कांग्रेस का ममता से नाराज होना स्वाभाविक ही है.
Congress का हो रहा है बड़ा नुकसान
दरअसल ममता बनर्जी लगातार दावा कर रही हैं कि वो पीएम मोदी के मुकाबले में टीएमसी को खड़ा करना चाहती हैं लेकिन इसके लिए उसे विस्तार की जरूर होगी. विस्तार में सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस का हो रहा है.
कांग्रेस हो रही कमजोर ?
टीएमसी जितना ताकतवर होगी कांग्रेस के लिए भारतीय राजनीति में जगह उतनी कम होती जाएगी. वैसे कभी ममता बनर्जी खुद कांग्रेस का हिस्सा हुआ करती थीं लेकिन कांग्रेस से विद्रोह कर ही ममता ने टीएमसी बनाई और आज कांग्रेस का पत्ता पश्चिम बंगाल से ही लगभग साफ हो गया है. सवाल ये है कि क्या यही काम ममता पूरे देश में करने वाली हैं ?