नई दिल्ली। अस्पतालों में लापरवाही के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं लेकिन इस बार लापरवाही का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। मामला चंडीगढ़ के पास पंचकूला का है जहां के सेक्टर-6 के जनरल अस्पताल में स्टाफ की बहुत बड़ी लापरवाही से जुड़ा है।
यहां एमआरई एंड सिटी स्कैन सेंटर में जांच के लिए आए 61 साल के बुजुर्ग राममेहर को स्कैन सेंटर के टेक्नीशियन एमआरआई मशीन में डालकर भूल गये। इस बीच काफी वक्त बीतने के बाद जब मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो वह बाहर निकलने की कोशिश करने लगा, मशीन से बाहर निकलना इतना आसान नहीं था क्योंकि वो बेल्ट से बंधा था।
ये भी पढे: सेना प्रमुख बिपिन रावत का बयान- बालाकोट में एक बार फिर एक्टिव हुए आतंकी, निपटना जानते हैं
लगातार कोशिशों के बाद मशीन की बेल्ट टूट गई इसके बाद राममेहर नाम का ये मरीज बाहर आने में कामयाब हो पाया। घटना से गुस्साए मरीज ने इस मामले की शिकायत हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से की और अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही साथ पीड़ित ने इसकी शिकायत पंचकूला के सेक्टर-5 थाने में भी दर्ज कराई है।
थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक अगर बुजुर्ग को बाहर निकलने में 30 सेकेंड की और देरी हो जाती तो उसकी मौत भी हो सकती थी।
ये भी पढे: इन पाकिस्तानियों को चाहिए पीएम मोदी से मदद, बोले- हमें भी चाहिए आजादी
तो वहीं एमआरआई सेंटर के इंचार्ज ने टेक्नीशियन की गलती मानने से इनकार कर दिया है। सेंटर इंचार्ज का कहना है कि 20 मिनट की इस जांच में टेक्नीशियन को आखिरी 3 मिनट का सीक्वेंस लेना था। जब आखिरी के 2 मिनट बचे थे तब मरीज को घबराहट हई और वह हिलने लगा। जबकि मरीज को हिलने-डुलने से मना किया गया था। उस दौरान टेक्नीशियन दूसरे सिस्टम में नोट्स चढ़ा रहा था। जांच पूरे होने से 1 मिनट पहले टेक्नीशियन ने देखा मरीज आधा बाहर आ गया है। इसके बाद टेक्नीशियन ने ही मरीज को मशीन से बाहर निकाला।