G-20: पीएम मोदी ने जी 20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को दिल्ली में संबोधित किया है। बैठक का संबोधन करते हुए उन्होंने भारत पहुंचे जी20 देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ”मैं G20 विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत में आपका स्वागत करता हूं। यह एकता, एक उद्देश्य और कार्रवाई की एकता की आवश्यकता का संकेत देता है।” उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि आज की आपकी बैठक आम और ठोस उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक साथ आने की भावना को दर्शाएगी। G20 विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत ग्लोबल साउथ की आवाज है।
पीएम मोदी ने कहा, ”अपनी जी-20 अध्यक्षता के लिए भारत ने ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की थीम चुनी है। यह उद्देश्य की एकता और कार्रवाई की एकता की आवश्यकता को दर्शाता है। मैं आशा करता हूं कि आज की बैठक सामान्य और ठोस उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक साथ आने की भावना को दर्शाएगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में वित्तीय संकट, जलवायु परिवर्तन, महामारी, आतंकवाद और युद्ध स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वैश्विक शासन अपने दोनों जनादेशों में विफल रहा है। हमें यह भी स्वीकार करना चाहिए कि इस असफलता का दुखद परिणाम विकासशील देशों को सबसे अधिक भुगतना पड़ रहा है।
अस्थिर ऋण से जूझ रहे कई देश’
पीएम मोदी ने कहा कि वर्षों की प्रगति के बाद आज हम सतत विकास लक्ष्यों की ओर पीछे जाने के जोखिम में हैं। कई विकासशील देश अपने लोगों के लिए खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश करते हुए अस्थिर ऋण से जूझ रहे हैं। आपको बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रायसीना डायलॉग के 8वें संस्करण का उद्घाटन भी करेंगे। यह कार्यक्रम 2 से 4 मार्च तक नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।