Dussehra 2022: विजयदशमी (Vijayadashami) का पर्व अश्विन माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। दशहरे का पर्व धर्म की अधर्म पर जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भगवान श्री राम (Shri Ram) ने अपनी प्तनी सीता को रावण के चुंगल से छुड़ाकर रावण का वध किया था। जिसके बाद भगवान श्री राम ने असत्य पर सत्य को विजय दिलाई थी। तभी से दशहरा यानी विजयदश्मी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन सभी लोग रावण (Ravan), कुंभकरण (Kumbhkaran) और मेघनाथ (Meghnath) का पुतला जलाकर धूमधाम से दशहरा मनाते हैं। आइए आपको बताते है कि इस दिन कौनसे ऐसे 3 शुभ योग बन रहे है।
विजयदशमी पर बन रहे है 3 शुभ योग
इस साल विजयदशमी यानी दशहरा के तीन शुभ योग बन रहे है। यह तीनों शुभ योग रवि, सुकर्मा और धृति हैं। यह तीनों योग इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण बना रहे है।
रवि योग क्या होता है ?
रवि योग (Ravi Yog) को सूर्य का अभाव मिलने के कारण प्रभावसाली योग माना जाता है। सूर्य की पवित्र ऊर्जा पूरी होने से इस योग में किया गया काम बुराई की आशंका को नष्ट करके शुभ फल वरदान करता है। इस योग का शुभ समय सुबह 06.30 से 09.15 बजे तक है।
सुकर्मा योग क्या होता है ?
ज्योतिषि शास्त्रों के अनुसार, सुकर्मा योग (Sukarma Yog) में किए गए सभी काम शुभ माने जाते है। वहीं इस योग में सभी कार्यों को करने पर सफलता जल्द प्राप्त होती है। इस योग को नौकरी बदलने और शुभ मंगल कार्य के लिए अच्छा माना जाता है। सुकर्मा योग का शुभ समय 04 अक्टूबर को सुबह 11:23 बजे से लेकर 05 अक्टूबर को सुबह 08:21 बजे तक है।
धृति योग क्या होता है ?
नक्षत्र विद्धा के अनुसार, धृति योग (Dhriti Yog) को किसी स्थान का शिलान्यास, भूमि पूजन और कहीं नए पत्थर को रखने के लिए शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि अगर किसी को नया मकान खरीदना है तो वो इस योग के दैरान ले सकता है। धृति योग का शुभ समय दशहरे की सुबह 08.21 बजे से लेकर 6 अक्टूबर 2022 सुबह 05.18 बजे तक है।
इन तीनों योग का महत्व इस बार बहुत ज्यादा माना गया है। इस योग में पूजा पाठ करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही इस योग में पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा।