New Delhi: बहुत जल्द देश में रोजना काम करने वालों के घंटों में बदलाव (Change in Office Timing) होने जा रहा है। मोदी सरकार ने ऑफिस में काम करने वालों के लिए टाइम बढ़ाने का प्रस्ताव रखा हैं। इस बात को लेकर श्रम मंत्रालय ने एक प्रस्ताव संसद में दे दिया है। हम हमेशा ऑफिस में 8 घंटे काम किया करते है, लेकिन 1 अप्रैल से आपको 12 घंटे अपने काम को देना होगा। हालांकि एक हफ्ते में कुल कार्य के घंटों में किसी तरह का कोई इजाफा नहीं होगा। वहीं छुट्टी भी (Change in Office Timing) बढ़ सकती है।
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बता दें मिनिस्ट्री (Change in Office Timing) ने व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य शर्तें संहिता 2020 के मसौदा नियमों के तहत अधिकतम 12 घंटे के वर्किंग आवर का प्रस्ताव दिया है। इसमें बीच में अल्पकालिक छुट्टीयां भी शामिल हैं। हालांकि 19 नवंबर 2020 को अधिसूचित इस मसौदे में वीकली काम करने के घंटे को 48 घंटे पर बरकरार रखा गया है। नए नियमों के मुताबिक, कुल वेतन का 50% या ज्यादा होना चाहिए। वेतन का गैर-भत्ते वाला हिस्सा आमतौर पर कुल सैलेरी के 50 फीसदी से कम होता है। वहीं कुल वेतन में भत्तों का हिस्सा और भी ज्यादा हो जाता है। मूल वेतन बढ़ने से आपका पीएफ भी बढ़ेगा।
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रिटायरमेंट (Retirement Benefit) के बाद मिलने वाले पैसों में इजाफा होगा। इससे लोगों को रिटायरमेंट के बाद फायदा मिलेगा। ज्यादा-भुगतान वाले अधिकारियों के वेतन संरचना में सबसे अधिक बदलाव आएगा और इसके चलते वो ही सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। पीएफ और ग्रेच्युटी बढ़ने से कंपनियों की लागत भी बढ़ेगी। क्योंकि उन्हें भी कर्मचारियों के लिए पीएफ में ज्यादा योगदान देना पड़ेगा। इन चीजों से कंपनियों की बैलेंस शीट भी दिक्कत में आ सकती है।
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