डॉक्टर. एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam Death Anniversary) ने कहा था कि मेरठ की धरती पर सपूतों ने जन्म लिया है। वैसे तो दुनिया उन्हें ‘मिसाइल मैन’ कह कर बुलाती है, लेकिन वो अगले जन्म में मेरठ की धरती पर पैदा होना चाहते थे। क्युकि वो चाहते थे कि दुनिया उन्हें ‘क्रांतिधरा का पुत्र’ कहे…
‘इंतजार करने वाले को केवल उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं’
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के इस विचार से कितने युवाओं की जिंदगी बदली ये सिर्फ एक लाइन नहीं बल्कि उनका पूरा जीवन हमारे लिए मिसाल है। आज ही के दिन साल 2015 में कलाम साहब ने हम सबको अलविदा कह दिया था।
मिसाइल मैन के नाम से मशहूर
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) और मिसाइल मैन के नाम से मशहूर जिन्होने हमें समझाया कि ईमानदारी के रास्ते पर चलते हुए आप देश के सबसे प्रिय नागरिक बन सकते हैं और देश का बड़े से ब़डा पद भी संभाल सकते हैं। कलाम साहब वो व्यक्ति थे जिससे कभी किसी ने नफरत ही न की, एक बार साल 2008 में मिसाइल मैन मेरठ आए थे। मेरठ के MIIT College में एक कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें उन्होने हिस्सा लिया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. अब्दुल कलाम ने कहा था कि वो चाहते हैं उनका अगला जन्म क्रांतिधरा पर हो। बताया जाता है कि वहां कलाम की सादगी देख लोग प्रभावित हो गए थे।
कलाम साहब ने डॉक्टर्स से पूछा समाज के लिए क्या कर रहे हैं
एक और किस्सा उनका कुछ ऐसा है कि साल 2013 में 18 अक्टूबर को Indian Medical Association (IMA) के 100 साल पूरे होने पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेरठ आए थे तो आइएमए ने एक कार्यक्रम रखा था। जिसमें मिसाइल मैन के साथ एक टॉक प्रोग्राम भी रखा गया था। इसके लिए कलाम जी से अनुमति मांगने के लिए डॉक्टर्स पहुंचे तो उन्होंने सीधा पूछ लिया कि आप बताइए… मैं आपके प्रोग्राम का हिस्सा क्यों बनूं? आप इस समाज में कैसे योगदान दे रहे हैं? आप समाज के लिए क्या कर रहे हैं।
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