New Delhi: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को पहली बार यह कह था कि कोरोना वायरस हवा (Air Spread Corona) के जरिए भी फैल रहा है। इसके बाद लोगों की चिंताएं बढ़ने लग गई। हालांकि, भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि इसस घबराने की जरूरत नहीं है। यह वायरस हवा (Air Spread Corona) में अस्थायी तौर पर मौजूद तो रहता है, लेकिन हर समय मौजूद नहीं रहता और ना ही ये लोगों को संक्रमित करता है।
वैज्ञानिकों ने किया दावा, हवा से भी फैल सकता है कोरोना
दरअसल, अध्ययन करने वाले 200 से ज्यादा वैज्ञानिक सिर्फ ये कहना चाहते थे कि यह हवा (Air Spread Corona) में सिर्फ कुछ समय तक रहता है।
सीएसआईआर- सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बॉयोलॉजी (CCMB) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहना है कि अब तक के दावे से पता चला है कि यह पांच माक्रोन से कम आकार की छोटी बूंदों में हवा में इधर-उधर जा सकता है और बड़ी बूंदों के रूप में यह कुछ ही मिनटों तक हवा में रहेगा।
Covaxin का ट्रायल जल्द होगा शुरू, पढ़े लेटेस्ट अपडेट
बता दें कि 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने WHO को पत्र लिखकर बताया था कि कोरोना एक एयरबॉर्न वायरस है, जो हवा में भी फैल सकता है। WHO के मुताबिक, कोविड-19 का वायरस मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स और कॉन्टैक्ट रूट्स के माध्यम से लोगों के बीच फैलता है।
वही आज 9 जुलाई यानी गुरुवार को देश में कोरोना के अब तक के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों में देश में 24,879 नए COVID-19 केस सामने आए हैं। यह अब तक के सबसे ज्यादा नंबर हैं। पिछले 24 घंटों में 487 मरीजों की मौत हुई है। नए केस सामने आने के बाद देश में 7 लाख 67 हजार 296 केस हो चुके हैं वहीं कुल मौतों की संख्या 21,129 हो चुकी है।
Covid 19 Update: पिछले 24 घंटे में 22,752 नए केस
इन सबके बीच दिल्ली सरकार ने अब अपनी संशोधित ‘कोविड प्रतिक्रिया योजना’ के तहत दिहाड़ी मजदूरों, घरेलू सहायकों, ऑटो चालकों और सब्जी विक्रेताओं का ब्योरा रखने के साथ ही उनकी जांच शुरू करेगी। एक आधिकारिक आदेश में यह जानकारी दी गई है। स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय ने एक आदेश में कहा कि यह बफर जोन और अन्य इलाकों में घर-घर सर्वे करके 60 वर्ष से अधिक और अन्य बीमारियों से ग्रसित की सूची बनाने के साथ ही इनकी स्क्रीनिंग शुरू करेगी।