Lucknow: शुक्रवार यानी 27 जून को दोपहर 12:30 बजे को यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा 2020 (UP Borad Result 2020) का परिणाम जारी किया जाएगा। स्टूडेंट्स रोल नंबर और स्कूल कोड के जरिए अपना रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upresults.nic.in पर चेक कर पाएंगे। यूपी बोर्ड रिजल्ट (UP Board 10th, 12th Result 2020) जारी में होने में अब बहुत कम समय बचा है। यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्र बड़ी उत्सुकता के साथ अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
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इस साल यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के लिए 30 लाख से ज्यादा छात्रों ने पंजीकरण कराया था जिसमें करीब 27 लाख छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया था। वहीं यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा 2020 के लिए 25 लाख 84 हजार से ज्यादा छात्रों ने पंजीकरण कराया था जिसमें से करीब 25 लाख छात्रों ने भाग लिया। इस प्रकार अब 27 जून 2020 को दोपहर 12:30 बजे करीब 52 लाख छात्रों का रिजल्ट (UP Borad Result 2020) जारी होगा।
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यूपी बोर्ड 2020 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को पहली बार डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट देने जा रहा है। लेकिन सचिव नीना श्रीवास्तव के डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट अपलोड होने में दो-तीन दिन का समय लगेगा। सूत्रों के अनुसार हर साल रिजल्ट के समय इंटरनेट से जो अंकपत्र बच्चों को मिलता है उसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं होती। लेकिन डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट प्रवेश और नौकरी में मान्य होती है। यही कारण है कि पहले इंटरमीडिएट के बच्चों को ये विशेष रूप से तैयार अंकपत्र देने की तैयारी है ताकि उन्हें आगे स्नातक या अन्य प्रवेश में किसी तरह की परेशानी न हो। बाद में हाईस्कूल के बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसे स्कूलों के माध्यम से बच्चों को देने पर विचार चल रहा है। ताकि प्रधानाचार्यों की जिम्मेदारी तय की जा सके। प्रधानाचार्य बोर्ड की वेबसाइट से डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट डाउनलोड कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उसे बच्चों को बांटेंगे।
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इस हाईस्कूल में 3022607 और इंटर में 2584511 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। दोनों कक्षाओं को मिलाकर कुल 56 से ज्यादा छात्र 2020 की वार्षिक परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। इस बार 27397 स्कूलों के छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। लेकिन नकल के खिलाफ सख्ती व अन्य परिस्थियों के कारण 3-4 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी। अबकी पहली बार सभी केंद्रों की वेबकास्टिंग की गई और नकल माफिया पर नकेल कसी गई। लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से प्रदेशभर के 7784 परीक्षा केंद्रों की निगरानी की भी गई।