Mumbai: सुशांत सिंह राजपूत के केस (Sushant Singh Case) में मुंबई और बिहार पुलिस के बीच की जंग लगातार तेज होती नजर आ रही है। इसी बीच अब बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (DGP Gupteshwar Pandey) ने बताया कि उन्होंने खुद ही कई बार महाराष्ट्र के डीजीपी से लेकर मुंबई के पुलिस कमिश्नर को कॉल और मैसेज किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
Sushant Suicide Case: बिहार से मुंबई पहुंचे IPS विनय तिवारी को जबरन किया क्वारंटीन
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने (DGP Gupteshwar Pandey) कहा, ‘हमारे आईपीएस अफसर विनय कुमार तिवारी को जबरन क्वारैंटाइन किया गया। अगर महाराष्ट्र सरकार अपनी पुलिस पर फख्र करती है, तो हमें बताया जाए कि सुशांत की मौत के 50 दिनों बाद उन्होंने क्या किया। मुंबई के अफसर हमारे साथ बातचीत नहीं कर रहे हैं। यह इशारा करता है कि कुछ तो गलत है।’ उन्होंने बताया कि चार और अफसर डर की वजह से मुंबई में कहीं छिप गए हैं, उन्हें भी हाउस अरेस्ट किया जा सकता है।
ये हैं बिहार cadre के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में आज रात में 11 बजे रात में ज़बरदस्ती क्वोरंटीन कर दिया गया.SSR केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गए थे.अब ये यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!@IPSVinayTiwari pic.twitter.com/6Le4AXjuJ8
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) August 2, 2020
इसके अलावा डीजीपी ने कहा, ‘पिछले चार सालों में सुशांत के अकाउंट में करीब 50 करोड़ रुपये आए और हैरानी वाली बात यह है कि ये सारे पैसे निकाल भी लिए गए। एक साल में उनके अकाउंट में 17 करोड़ रुपये आए, जिसमें से 15 करोड़ रुपये निकाले गए। क्या यह जांच के लिए एक अहम वजह नहीं? हम चुप बैठने वाले नहीं हैं। हम मुंबई पुलिस से सवाल करेंगे कि इस तरह के अहम मुद्दों को क्यों दबाया जा रहा है।’
मुंबई पुलिस का बिहार पुलिस के साथ अनप्रोफेशनल रवैया ?
वहीं सुशांत की मौत के मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग से जुड़ी एक याचिका पर आज यानी मंगलवार को मुंबई के एक हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश दिपांकर दत्ता की अध्यक्षता में बनी बेंच सुनवाई करेगी। सुशांत ने 14 जून को बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगा ली थी। तब से लेकर अब तक मुंबई पुलिस 56 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।