Delhi: सोमवार यानी 3 अगस्त को देशभर में रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्योहार मनाया जाएगा. रक्षाबंधन का अपना अलग महत्व है लेकिन इस बार ये त्योहार बेहद खास रहने वाला है. क्योकि सोमवार को रक्षा बंधन के अलावा सावन पूर्णिमा, अन्न वाधन, वेद माता गायत्री जयंती, यजुर्वेद उपाकर्म, नारली पूर्णिमा, हयग्रीव जयंती, संस्कृत दिवस और सावन का पांचवां व अंतिम सोमवार भी है. जानिए इस बार राखी बांधने का सबसे सही समय और किस वक्त राखी बांधने से बचें इस सबके बारे में ज्योतिषाचार्य की राय.
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ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, इस बार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) पर आयुष्मान योग बन रहा है, जो भाई-बहन को लंबी उम्र देगा. बताए गए शुभ मुहूर्त पर राखी बांधने से भाई-बहन का भाग्योदय होगा. और इसके हिसाब से रक्षाबंधन पर सुबह 7 बजकर 19 मिनट से चंद्रमा का नक्षत्र श्रवण हो जाएगा. इसी वजह से इसी श्रावणी भी कहा गया है. सुबह 7.19 से लेकर अगले दिन 5.44 मिनट तक सर्वात्र सिद्धिकी योग भी है.
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राखी बांधने का सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 25 मिनट से सुबह 11 बजकर 28 मिनट तक के समय में बंधी गई राखी भाई-बहन को लंबी उम्र भाग्य को भी मजबूत बनाएगा. जो लोग शाम के वक्त राखी बांधना चाहते हैं, उनके लिए सर्वश्रेष्ठ समय शाम 3 बजकर 50 मिनट से शाम 5 बजकर 15 मिनट तक रहेगा. इस समय रक्षाबंधन मनाना भाई और बहन दोनों के लिए फलदायी रहेगा.
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लेकिन इस दिन 4 अशुभ समय भी रहेंगे जब आपको राखी बांधने से परहेज करना होगा. सुबह 5 बजकर 44 मिनट से सुबह 9 बजकर 25 मिनट तक भद्रा रहेगी, जिसमें राखी बांधना निषिद्ध माना जाता है. इसके बाद सुबह 7 बजकर 25 मिनट से सुबह 9 बजकर 05 मिनट के बीच दूसरी अशुभ घड़ी होगी, इस दौरान राहु काल रहेगा. तीसरी अशुभ घड़ी 11 बजकर 28 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 07 मिनट तक रहेगी, जब भाई को राखी बांधने से बचना होगा. इसके बाद 02 बजकर 08 मिनट से लेकर 03 बजकर 50 मिनट तक गुलिक काल रहेगा, जिसमें राखी नहीं बांधनी चाहिए.