नई दिल्ली: माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बसंत के स्वागत के लिए भगवान विष्णु और कामदेव की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस दिन को मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की भी पूजा की जाती है। इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 29 जनवरी को बुधवार के दिन मनाया जाता है। बुधवार को मां सरस्वती का दिन माना जाता है।
इस बार बन रहा ये खास संयोग
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस बार बसंत पंचमी के त्योहार पर एक खास संयोग बन रहा है। दरअसल, इस बार सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि नाम के योग बन रहे हैं। इन दोनों योगों को विद्यारंभ, यज्ञोपवीत और विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
कैसे करें मां सरस्वती की पूजा?
बसंत पंचमी वाले दिन पीले या सफेद वस्त्र धारण कर पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह करके पूजा करें।
पीले वस्त्र से सरस्वती मां की चौकी सजाकर केसर, हल्दी, चावल, पीली मिठाई, मिश्री, दही और पीले फूल अर्पित कर पूजा करें।
मां सरस्वती के मूल मंत्र ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः का जाप करें।