New Delhi: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म योनो को अलग सब्सिडियरी बनाने पर विचार कर रहा है। “यू ओनली नीड वन” ऐप या योनो (YONO) एसबीआई की इंटीग्रेटेड बैंकिंग प्लेटफॉर्म है। बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने इसके संकेत देते हुए कहा है कि योनो को अलग सब्सिडियरी बनाने को लेकर गंभीरता से विचार चल रहा है।
17 अक्टूबर से शुरू होगी Amazon Great Indian Festival Sale, जानें ऑफर्स
रजनीश कुमार ने कहा कि इस संबंध में सभी भागीदारों से बातचीत हो रही है। कुमार सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटर बैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन (स्विफ्ट) की ओर से आयोजित बैंकिंग एंड फाइनेंस कॉन्फ्रेंस सिबोस-2020 में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एक बार जब योनो (YONO) स्वतंत्र एंटिटी बन जाएगा तो एसबीआई भी उसके ग्राहकों में से एक होगा।
एक कार्यक्रम में रजनीश कुमार ने कहा कि योनो के अलग इकाई बन जाने के बाद स्टेट बैंक उसका इस्तेमाल करने वालों में एक होगा। हालांकि बातचीत अभी शुरुआती दौर में है, मूल्यांकन का काम अभी लंबित है। रजनीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि योनो का मूल्यांकन 40 अरब डॉलर के आसपास हो सकता है। रजनीश ने ये भी स्पष्ट किया कि फिलहाल इस समय इसके मूल्यांकन की कोई पहल नहीं की गई है, उन्होंने संभावना जताई है कि ऐसा हो सकता है।
सेंसेक्स 39 हजार पार, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में आई तेजी
आपको बता दें कि योनो को तीन साल पहले शुरू किया गया था। इसके 2.60 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। इसमें रोजना 55 लाख लॉगइन होते हैं और 4,000 से अधिक पर्सनल लोन आवंटन और 16 हजार के करीब योनो कृषि एग्री गोल्ड लोन दिये जाते हैं। इस ऐप के जरिए रोजाना 4 हजार पर्सनल लोन और 16 हजार योनो कृषि, एग्री, गोल्ड लोन का वितरण किया जाता है।
देश और दुनिया से जुड़ी Hindi News की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें. Youtube Channel यहाँ सब्सक्राइब करें। सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Page लाइक करें, Twitter पर फॉलो करें और Android App डाउनलोड करें.