भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को रेपो रेट (Repo Rate) में आधा फीसदी की बढ़ोतरी की। जिसके बाद से सभी बैंकों ने लोन पर ब्याज दर बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। रेपो रेट उस दर को कहते हैं जिसमें आरबीआई से पैसा उधार लेते हैं।
इसे प्रमुख ब्याज दर के नाम से जाना जाता है। बैंकों के लिए RBI से कर्ज महंगा हुआ तो उन्होंने ग्राहकों के लिए लोन पर ब्याज दरें बढ़ाना शुरू कर दीं। कई बैंकों की तो एक्सटर्नल बेंचमार्क के साथ लिंक होने के कारण रेपो रेट बढ़ते ही लोन पर ब्याज दरें बढ़ जाती हैं।
इन बैंकों ने बढ़ाया ब्याज दर
जिन कर्जदाताओं ने अपनी दरों में बदलाव किया है, उनमें आईसीआईसीआई बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक शामिल हैं। इन बैंकों ने रेपो रेट (Repo Rate) से जुड़ी बाहरी बेंचमार्क दरों को समायोजित कर लिया है। आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की वेबसाइट के अनुसार बैंक होम लोन पर 8.1% (रेपो दर + 2.7%) ब्याज दर की पेशकश की है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्याज दरें
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने कहा है कि 6 अगस्त से एएए-रेटेड संस्थाओं के लिए रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट के तहत सबसे कम दर 7.6% रहेगी। बैंक की वेबसाइट के अनुसार, होम लोन की दरें 7.95% से 9.3% के बीच रहेंगी।
एसबीआई ग्राहकों के लिए बढ़ीं दरें
एसबीआई (SBI) की वेबसाइट अभी भी 7.55% से शुरू होने वाली पुरानी होम लोन दरें दिखा रही हैं। जबकि मौजूदा उधारकर्ताओं के लिए दरें 0.50 फीसदी बढ़ जाएंगी। बैंक ने अभी तक दरों की नई सूची की घोषणा नहीं की है और आरबीआई (RBI) ने शुक्रवार को रेपो रेट को 4.9 फीसदी से बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया गया।
सभी लोन्स पर बढ़ेंगी दरें
RBI के फैसले के बाद अब रेपो रेट (Repo Rate) से जुड़े सभी लोन्स पर ब्याज दरें बढ़ जाएंगी। जिसमें अधिकांश होम लोन (Home Loan) रेपो रेट से लिंक्ड होते हैं। इसलिए होम लोन के ग्राहकों को तगड़ा झटका लगने वाला है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी से उन्हें EMI में अधिक रकम चुकानी पड़ेगी।
होम लोन की डिमांड रहेगी बरक़रार
शनिवार को रिजल्ट की घोषणा करते हुए SBI के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा कि उन्हें चालू वित्त वर्ष के दौरान क्रेडिट ग्रोथ के 15% की दर से बढ़ने की उम्मीद बताई जा रही है। बैंक आक्रामक रूप से जमा नहीं बढ़ा रहा है, क्योंकि इसका क्रेडिट-डिपॉजिट रेश्यो 63% है, जो इसे अपनी लोन बुक में इजाफा करने का अवसर प्रदान करता है।