Delhi Water Crisis: चिलचिलाती गर्मी, तेज़ धूप और उमस वाला माहौल… इन दिनों बढ़ती गर्मी के कारण लोगो के हाल ‘बेहाल’ है। वहीं , देश की राजधानी Delhi का तापमान तो कई राज्यों में सबसे ज्यादा है।
दिल्ली एनसीआर में तो तापमान 45 डिग्री से ऊपर तक पहुंच गया है। इसी बीच दिल्ली में रह रहे लोगो के लिए एक चिंतनीय खबर सामने आई, जिसके बाद गर्मी में तप रहे दिल्ली वालो के लिए मुसीबते बढ़ गई है।
क्या है पूरा मामला(Delhi Water Crisis)?
दरअसल, दिल्ली में बढ़ती गर्मी के साथ अब जल संकट भी गहराने वाला है क्योंकि यमुना का लगातार कम होता जा रहा है। दिल्ली के वजीराबाद में यमुना नदी का जलस्तर कम होने का सिलसिला जारी है। बुधवार को वजीराबाद में यमुना नदी का जल स्तर मंगलवार से भी कम हो गया।
इस वजह से एक सप्ताह में वजीराबाद में यमुना के जल स्तर में साढ़े पांच फीट से अधिक की कमी आ चुकी है। इससे जल बोर्ड के वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जलशोधन संयंत्रों से जलापूर्ति कम होने से पेयजल किल्लत बढ़ती जा रही है।
हरियाणा नहीं छोड़ रहा Delhi के हिस्से का पानी
दिल्ली जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि हरियाणा से पर्याप्त पानी की आपूर्ति न मिलने के कारण वजीराबाद बैराज में पानी का स्तर बेहद कम हो गया है।
यमुना का जलस्तर यदि एक फीट भी नीचे चला जाता है तो दिल्ली में पानी की भारी किल्लत हो जाती है, क्योंकि दिल्ली अपने पीने कि पानी कि पूर्ति का बड़ा हिस्सा यमुना नदी से ही लेती है।
वहीं मंगलवार को यमुना का जलस्तर 669 फुट पर पहुंच गया है, क्योंकि हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी रोक रखा है। हरियाणा से पानी की निरंतर सप्लाई में बाधा आने के कारण दिल्लीवालों को उनके हिस्से का पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है।
कांग्रेस न साधा ‘आप’ पर निशाना
प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि दिल्लीवासी भीषण गर्मी के मौसम में जलसंकट से जूझ रहे हैं, जबकि आप सरकार के पास उसे दूर करने का कोई रोडमैप नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि दिल्ली सरकार की प्रशासनिक अक्षमताओं के कारण ही लोग जलसंकट से जूझ रहे हैं।