Meerut Hungama: बुधर को मेरठ नगर निगम बोर्ड बैठक (Nagar Nigam Board Meeting) जंग का मैदान बन गई। बैठक में पार्षदों के साथ आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों ने भी जमकर हंगामा किया। जिसके बाद मामला बढ़ता देख सदन में पुलिस को बुलाना पड़ा। इस दौरान बीजेपी (BJP) और मेयर समर्थकों में जमकर धक्का मुक्की हुई।
वेतन बढ़ाने को लेकर मुखर हुए कर्मचारी
बता दे कि, सफाई कर्मचारियों ने वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर हल्लाबोला। वहीं पार्षदों ने अभद्रता के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बीजेपी ओर और मेयर समर्थक भी आमने-सामने आ गए। पुलिस के सामने ही जमकर धक्का मुक्की हुई। इसको लेकर सदन में पुलिस (Meerut Police) को भी बुलानी पड़ी।
नगर निगम बोर्ड की बैठक में हंगामा
बुधवार को आयोजित मेरठ नगर निगम की बोर्ड बैठक शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई। पार्षदों ने अभद्रता से परेशान होकर मेयर सुनीता वर्मा और नगरायुक्त का घेराव करते हुए हंगामा किया। पार्षद अहसान अंसारी का कहना है कि मेरा अपमान किया गया। मुझे धक्का देकर निकाला गया।
पार्षदों में आक्रोश व्याप्त
इसको लेकर पार्षदों में भारी आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। साथ ही सड़क निर्माण में हुए घोटाले भी गूंज भी सुनाई दी। पार्षदों ने कहा कि निगम में भ्रष्ट और घोटालेबाजों का बोलबाला है।
300 मीटर की सड़क में घोटाला
300 मीटर की सड़क को 600 मीटर दर्शाकर टेंडर पास किया गया। इसके लिए नगरायुक्त की प्रारंभिक जांच में दोषी पाए गए अफसरों पर अभी तक कार्रवाई नहीं की गई। इस दौरान बीजेपी और मेयर समर्थकों में जमकर धक्का मुक्की भी हुई। बाद में पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए मामले को संभाला।
वहीं, आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों ने भी मानदेय बढ़ाने को लेकर अपनी मांगों को उठाया। कर्मचारियों ने कहा कि समान वेतनमान मिलाना चाहिए। उन्होंने 16,500 रुपये वेतन दिलाने की मांग की। इसके साथ ही कर्मचारियों ने टाउन हॉल के बाहर जमकर नारेबाजी की।