Noida Air Pollution: नोएडा की खराब होती आबोहवा पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन ने पटाखों की बिक्री भंडारण और प्रयोग पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद दिवाली पर जमकर लोगों ने पटाखे चलाएं और आतिशबाजी का जमकर लुत्फ़ उठाया। दुकानदारों ने भी चोरी छिपे पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे जमकर बिक्री की। अब नोएडा में AQI 342 के पार हो गया है। दिवाली पर प्रशासन की पाबंदियां पटाखों के धुएं में उड़ गई।
खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI
शाम से पटाखे फूटने लगे और देर रात तक चले। इसकी वजह से शहर का प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। कई स्थानों पर पुलिस ने शिकायत के बाद आतिशबाजी बेच रहे लोगों को गिरफ्तार भी किया है। कोतवाली दनकौर क्षेत्र में तो पटाखा बनाते समय विस्फोट हो गया। हादसे में दो बच्चे झुलसकर घायल हो गए। दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे दिल्ली रेफर किया गया है।
नोएडा में जमकर उड़ी पाबंदियों की धज्जियां
बता दे, यह हालात ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित एक सोसाइटी का है, जहां पर दिवाली के दिन रंग बिरंगी रोशनी में नहाई हुई दिखाई दे रही है। साथ ही लोग प्रतिबंध के बावजूद आतिशबाजी का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं, ऐसे दृश्य केवल ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ही नहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी देखने को मिला। जहां पर लोगों ने छतों पर जमकर आतिशबाजी की और पटाखे छोड़े।
जिसके कारण शहर का वायु प्रदूषण सूचकांक खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है और बीमार लोगों और अस्थमा के रोगियों के लिए यह प्रदूषण खतरनाक साबित हो रहा है। कुछ पटाखा कारोबारियों ने दुकान लगाने के बजाय ऑनलाइन बिक्री का रास्ता ढूंढ निकाला। चोरी-छिपे ऑनलाइन बिक्री की गई। सोशल मीडिया पर ग्रीन पटाखे के नाम से दुकानदारों ने बिक्री की और ऑनडिमांड पटाखे लोगों तक पहुंचाएं।