Nitish Kumar Swearing In Ceremony: बिहार में नई सियासी पारी शुरू हो गई है. नीतीश कुमार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. उनके साथ ही तेजस्वी यादव ने भी डिप्टी सीएम की शपथ ली है. बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन में हुए कार्यक्रम में दोनों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
एक दिन पहले मंगलवार को नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन से नाता तोड़ते हुए मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इसी सिलसिले में नीतीश ने तेजस्वी यादव से मुलाकात भी की थी.
बीजेपी से मतभेद के बाद अलग हुए नीतीश
नीतीश कुमार ने 165 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया है. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोनों पार्टियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आने लगे थे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को लेकर विवाद ने तूल पकड़ लिया था. मंगलवार को नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड के विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई थी, जिसमें बीजेपी से अलग होने का फ़ैसला लिया गया. आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ (Nitish Kumar Swearing In Ceremony) ली है.
#WATCH Bihar CM Nitish Kumar and Deputy CM Tejashwi Yadav greet each other after the oath-taking ceremony, in Patna pic.twitter.com/fUlTz9nGHS
— ANI (@ANI) August 10, 2022
साल 2000 में पहली बार बने थे सीएम
पहली बार उन्होंने तीन मार्च 2000 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. तब बहुमत नहीं होने के बावजूद उन्होंने सीएम पद की शपथ ली थी, लेकिन सात दिन बाद ही उन्हें पद छोड़ना पड़ा था. फिर साल 2005 में नीतीश कुमार ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस बार उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई.
2005 के बाद 2010 में तीसरी बार संभाली सीएम की कमान
साल 2010 में एक बार फिर बीजेपी के साथ मिलकर उन्होंने सरकार बनाई और राज्य के सीएम के तौर पर तीसरी बार शपथ ली. लेकिन 2013 में उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ दिया. 2014 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया और जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री बन गए.
2015 में चौथी बार बने सूबे के मुखिया
लेकिन 2015 में एक बार फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और कहा कि इस्तीफ़ा देना उनकी भूल थी. इसके बाद 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई. चुनाव में महागठबंधन को बड़ी सफलता मिली और नीतीश कुमार ने पांचवीं बार सीएम पद की शपथ ली.
लेकिन 2017 में उन्होंने आरजेडी से नाता तोड़ लिया. उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई और छठी बार सीएम पद की शपथ ली. 2020 के विधानसभा चुनाव में वे बीजेपी के साथ लड़े और फिर सातवीं बार सीएम पद की शपथ ली. लेकिन अब वे एक बार फिर बीजेपी से अलग हो गए हैं और आरजेडी के साथ मिलकर उन्होंने सरकार बनाई है और आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली है.