Mainpuri Byelection 2022: बीजेपी ने एक बार फिर से मैनपुरी के चुनावी अखाड़े में शाक्य प्रत्याशी पर दांव खेला है। रघुराज शाक्य (Raghuraj Shakya) अब सपा के अभेद किले को भेदने के लिए चुनावी ताल ठोकने जा रहे हैं। बता दे कि, शाक्य प्रत्याशी पर पहले भी बीजेपी (BJP) दांव खेल चुकी है। लेकिन साल 1996 से लेकर अब तक इस सीट पर सपा का दबदबा रहा है।
कौन है रघुराज शाक्य ?
जानकारी के लिए बता दे कि, रघुराज शाक्य ने साल 2012 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इटावा विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। रघुराज शाक्य साल 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की टिकट पर सांसद चुने गए थे। 27 जनवरी 2017 को रघुराज शाक्य ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) से जुड़ गए। शिवपाल यादव ने उन्हें अपनी पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी।
यादव के बाद शाक्य मतदाता सबसे ज्यादा
वहीं, साल 2022 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) में रघुराज शाक्य ने इटावा सदर सीट से दावेदारी की थी। इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। रघुराज सिंह शाक्य को टिकट देने का बीजेपी का मुख्य उद्देश्य शाक्य वोटर्स को अपनी तरफ करने के लिए है क्योंकि, यादव के बाद शाक्य जाति के मतदाताओं की संख्या मैनपुरी में सबसे अधिक है।
ऐसे में बीजेपी को इसका फाय़दा जरूर मिलेगा। मैनपुरी लोकसभा सीट पर यादव 4.25 लाख और शाक्य 3.25 लाख मतदाता है। इसलिए बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती शाक्य़ मतदाताओं की एकजुटता और यादव मतदाताओं को अपनी ओर खिसकाने की होगी। इसके बाद सपा के किले को भेदा जा सकता है। बीजेपी के लिए यह काम आसान नहीं होने वाला है।