UP News: 19 साल बाद बाहुबली मुख्तार को 7 साल की सजा, अपराध की दुनिया से राजनीतिक दुनिया तक का पढ़िए ‘चिट्ठा’

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Mukhtar Ansari
Mukhtar Ansari

Lucknow High Court: बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को 19 साल पुराने केस में सजा सुनाई गई है। लखनऊ हाईकोर्ट ने साल 2003 के एक केस में 7 साल की सजा सुनाई है। बता दे कि मुख्तार अंसारी ने जेलर पर पिस्टल तानकर जान से मारने की धमकी दी थी। साथ ही कोर्ट ने 25 हजार का जुर्माना भी लगाया है।

2003 से जेल में बंद था अंसारी

बता दे कि, मुख्तार अंसारी साल 2003 में जेल में बंद था, इस दौरान उन्होंने जेलर को जान से मारने की धमकी दी थी। मुख्तार ने तलाशी लेने पर जेलर को यह धमकी दी थी। जिसके बाद उनके ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया था।

प्रयागराज में चल रहे 10 मुकदमें

इतना ही नहीं, प्रयागराज MP/MLA कोर्ट में 10 मुकदमें का ट्रायल चल रहा है। मुख्तार पर सबसे बड़ा मुकदमा मऊ में ठेकेदार की हत्या का है। मुख्तार के खिलाफ वाराणसी में अजय राय के भाई के हत्या के मामले में भी मुकदमा दर्ज है। नंद किशोर रूंगटा अपहरण व हत्याकांड, विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड, जेल अधीक्षक आरके तिवारी हत्याकांड जैसे गंभीर मामलों में भी मुकदमा चल रहा है।

सपा बसपा सरकार में रहा जलवा

बता दे कि, यह हत्याएं साल 1978,1986,1988,1990 और 1992 में की गई है। तत्कालीन सपा-बसपा सरकार (SP-BSP Government) में मुख्तार का जलवा रहा है। एक समय मुख्तार का पूर्वांचल में काफी दबदबा रहा है।

1995 में खेली राजनीतिक पारी

अपराधों को ढ़कने के लिए मुख्तार साल 1995 में राजनीति की जमीन पर उतरा था। साल 1996 में पहली बार बसपा के टिकट पर मऊ सदर विधानसभा का चुनाव जीता था। जिसके बाद वह राजनीति में सक्रिय हो गए।

निर्दलीय भी जीता चुनाव

साल 2002 और 2007 में निर्दलीय चुनाव जीता और मुलायम का करीबी बन गया। साल 2007 में मायावती के सत्ता में आते ही वह फिर बसपा में शामिल हो गए। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने मुख्तार को मुरली मनोहर जोशी के मुकाबले में वाराणसी से उतारा था।

527 करोड़ की संपत्ति पर शिकंजा

इसके अलावा योगी सरकार ने मुख्तार अंसारी की 527 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति पर शिकंजा कस रखा है। सरकार ने गैंगस्टर एक्ट के तहत माफिया और उसके करीबियों की 246 करोड़ 65 लाख 90 हजार 939 रुपये की संपत्तियां जब्त की है। अवैध कब्जे से करीब 281 करोड़ की संपत्तियां या तो मुक्त कराई गई हैं या ध्वस्त कर दी गई।

59 मुकदमों में चल रही सुनवाई

पूरे देश में मुख्तार अंसारी पर कुल 59 मामले दर्ज हैं, इसमें से 20 मामले कोर्ट में विचाराधीन है। गैंग का ठेका, टेंडर और अवैध व्यवसाय पर शिकंजा कसकर मुख्तार को सरकार ने 212 करोड़ की चोट पहुंचाई है।

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