Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश से मन को दुखी करने वाली ख़बर सामने आई है। खंडवा जिले में एक महिला ने बीच सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया है। प्रसव पीड़ित महिला को किसी भी प्रकार की कोई सरकारी सुविधा नहीं मिला। राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े वादे करती है। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से शर्मनाक स्थिति बन जाती है।
वन मंत्री के क्षेत्र में घोर लापरवाही
आपको बता दे कि, खंडवा जिला शिवराज सरकार के वन मंत्री विजय शाह का क्षेत्र है। उनके क्षेत्र हरसूद तहसील के ग्राम रामजीपुरा में प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। बाद में कुछ लोगों ने महिला और उसके बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों भर्ती हैं।
आशा कार्यकर्ता ने अस्पताल में ले जाने से किया मना
बता दे कि, महिला के ससुर सालक राम धुर्वे निवासी रामजीपुरा ने आरोप लगाते हुए बताया कि बहू के प्रसव पीड़ा हो रही थी। उसे ग्राम के प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां मौजूद आशा कार्यकर्ता ने जिला अस्पताल ले जाने से मना कर दिया। आशा कार्यकर्ता ने कहा कि ‘मेरे पास अभी समय नहीं है। मैं 4 बजे हॉस्पिटल जाऊंगी, तभी चलना।
सड़क पर दिया बच्चे को जन्म
इसके बाद प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला के परिजनों ने महिला को बाइक पर बिठाया और स्वास्थ्य केंद्र हरसूद से जिला अस्पताल ले जा रहे थे। तभी रास्ते में महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई और उसने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। तब परिवार ने राहगीरों से मदद मांगी। इसी दौरान सिराली से खंडवा जा रही वैन को हाथ देकर रोका गया। वैन में सवार कन्हैया लाल पाराशर, नितिन जोशी ने महिला को गाड़ी में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया।
1 घंटे तक नहीं मिली सरकारी सहायता
प्रसव पीड़ित महिला के परिजनों ने बताया कि लगभग 1 घंटे से हम इसी प्रकार जननी एक्सप्रेस का इंतजार करते रहे। 100 नंबर पर भी फोन लगाया। लेकिन कोई गाड़ी उपलब्ध नहीं हो पाई। महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी। हम लोगों का सब्र भी जवाब दे गया था। कोई भी आगे बढ़कर मदद नहीं करना चाह रहे थे।