Lucknow News: ओमान के मस्कट में फंसे कम से कम 30 भारतीय मजदूरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से उन्हें भारत वापस लाने का अनुरोध किया है। उनका आरोप है कि पिछले 6 महीनों से उनकी कंपनी ने वेतन देने से इंकार कर दिया है। जिससे आजीविका चलाने में बहुत मुश्किल हो रहा है।
इस बारे में ओमान के दूतावास (Oman Embassy) ने कहा है कि यह मामला हाल ही में दूतावास के संज्ञान में आया है। हमने श्रमिकों के साथ-साथ संबंधित ओमानी अधिकारियों के संपर्क में हैं और कानूनी सलाह भी दी है। हम इन श्रमिकों के मुद्दों के समाधान की दिशा में आवश्यक समर्थन करेंगे।
बता दे कि, इससे पहले गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने मजदूरों की भारत वापसी के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर से मदद मांगी थी। हेमंत सोरेन ने विदेश मंत्रालय से झारखंड के मजदूरों का शोषण करने वाली कंपनी के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की थी।
मजदूरों का बंधक बनाने का आरोप
वहीं, मजदूरों ने फोन करके अपने परिजनों से संपर्क किया था। इसके बाद इनके बंधक बनाने का मामला सामने आया है। सभी रोजगार की तलाश में ओमान गए थे। परिजनों का आरोप है कि वे सभी जिस कंपनी में काम करते हैं, उसने छह माह से वेतन नहीं दिया है।
साथ ही, सभी मजदूरों को बंधक बनाया गया है। 24 घंटे में सिर्फ एक बार खाना दिया जा रहा है। जब भी वे लोग वेतन मांगते हैं, उन्हें धमकी दी जाती है। ये मजदूर झारखंड के हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह और बोकारो जिले के रहने वाले हैं।