Earthquake: तुर्की (Turkey) में बीते दिन लोग सो कर भी नही उठे और उन्हें भूकंप (Earthquake) के तीन झटको ने घेर लिया था। भारत (India) ने राहत सामग्री की खेप की एक खेप भेजी। राहत सामग्री के तौर पर पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण भेजे गए। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दी। भूकंप प्रभावित तुर्की को राहत सामाग्री भेजने का फैसला सोमवार (Monday) को लिया गया था। यह कदम पीएम मोदी (PM Modi) द्वारा निर्देश देने के बाद उठाया गया था। उन्होनें कहा की भारत हरसंभव मदद करेगा।
जानकारी के अनुसार, दो एनडीआरएफ (NDRF) टीम प्रशिक्षित श्वानों और आवश्यक उपकरणों के साथ बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। साथ ही ट्रेंड चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम को भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना किया गया।
चार देशों में भूकंप की तबाही
सोमवार की सुबह में तुर्की (Turkey) और सीरिया (Syria) सहित चार देशों में भूकंप के झटके महसूस किए गये। दिन में तीन बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए और भूकंप तीव्रता 7.8 मापी गयी। जिस कारण कई इमारतें मलबे में बदल गई। इस मलबे में अभी तक भी सैकड़ों दबे हुए हैं और कई लापता हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। प्रकृतिक आपदा के कारण लगभग 4000 से ज्यादा लोग मारे गए है।और इस कारण तुर्की में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
15000 से ज्यादा लोग घायल
जानकारी के आकड़ो के अनुसार मुताबिक, तुर्की और सीरिया में अभी तक 4000 लोगों के मरने की खबर सामने आई है। और लगभग 15000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। तुर्की के उपराष्ट्रपति फिएट ओकटे का हवाला देते हुए बताया रिपोर्ट में कहा गया कि 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें मलबे में मिल गईं हैं। वहीं, सीरिया में कम से कम 783 लोग मारे गए और 639 लोग घायल हो गए। इस्राइल और लेबनान में भी कई मौतों की आशंका जताई जा रही है।