नई दिल्ली। आगरा भारत के बड़े पर्यटन क्षेत्रों में से एक माना जाता है। यहां के पर्यटन व्यापारियों ने टूरिज्म को और बढ़ाने के लिए कैसिनो और ‘मुजरे’ की मांग रखी है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक टूरिज्म बिजनेस से जुड़े अरुण डांग ने बताया कि इसका प्रस्ताव पहले भी रखा गया था लेकिन जुए के प्रति लोगों का विरोध देखते हुए इस पर विचार नहीं किया गया।
आगरा से 40 किलोमीटर दूर फतेहपुर सीकरी भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। वहां 16वीं सदी का शाही महल है जिसमें टूरिस्ट ‘चौपड़’ देखने आते हैं। इसमें फर्श पर हुए 25 चौकोर स्टूल जैसे होते हैं और बीच में एक उभरा हुआ हिस्सा होता है। बताया जाता है कि मुगल बादशाह इस खेल के शौकीन थे और अपने मंत्रियों के साथ खेलते थे। खेल में गुलामों को गोटियों की तरह इस्तेमाल किया जाता था।
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अरुण डांग के मुताबिक विदेशी पर्यटकों की घटती संख्या से चिंतित पर्यटन व्यापारी कैसिनो की मांग कर रहे हैं। ताजमहल के शहर में टूरिस्ट ज्यादा समय तक ठहरें, इसका इंतजाम करना चाहते हैं। इसके लिए वे चाहते हैं कि आगरा में रात भी दिन की तरह ही चमकदार हो और इसके लिए कैसिनो, डिस्कोथेक, यहां तक कि मुजरा सेंटर भी खोले जाएं। अभी आने वाले यात्री औसतन एक दिन रुकते हैं और ताजमहल देखकर लौट जाते हैं।
बता दें कि ताजमहल पहले रात में भी खुला रहता था लेकिन 80 के दशक में खालिस्तानी आंदोलन से उपजे आतंक के डर से पुरातत्व विभाग ने रात में ताजमहल जनता के लिए बंद करने का फैसला किया। ताजमहल का समय तय होने से पर्यटन को झटका लगा था। होटल मालिकों ने इस बात पर चिंता जताई थी।
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