New Delhi: कोरोना वायरस की देसी वैक्सीन (Covaxin Trial) का क्लिनिकल ट्रायल इस हफ्ते शुरू हो जाएगा। ICMR के NIV और भारत बायोटेक ने मिलकर जो वैक्सीन (Covaxin Trial)तैयार की है, उसका ट्रायल 12 इंस्टीट्यूट्स में होगा। इस वैक्सीन का कोडनेम BBV152 है। ICMR ने उन्हीं इंस्टीट्यूट्स को चुना है जहां पर क्लिनिकल फार्माकॉलजी विंग है और ह्यूमन ट्रायल में एक्सपीरिएंस वाले हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स हैं।
15 अगस्त तक लॉन्च हो सकती है स्वदेशी कोरोना वैक्सीन
AIIMS पटना में 10 जुलाई से वैक्सीन (Covaxin Trial)का ट्रायल शुरू होगा। वहीं, हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS) में मंगलवार को ट्रायल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वैक्सीन का पहला एनरोलमेंट 12 जुलाई को होगा।
वही दिल्ली AIIMS को वैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी नहीं मिली, खबरों के अनुसार इन केंद्रों में जिन लोगों पर टीके का परीक्षण किया जाएगा, उनके पंजीकरण की प्रक्रिया अबतक शुरू नहीं हो पाई है। दिल्ली एम्स के विशेषज्ञ डॉ संजय राय ने कहा कि उन्हें अबतक एथिक्स कमेटी की मंजूरी नहीं मिली है और जबतक ये मंजूरी नहीं मिलती है, काम शुरू नहीं किया जा सकता है।
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बता दें कि एक वैक्सीन को बाजार में लॉन्च करने से पहले मानव परीक्षण के तीन चरणों में गुजरना पड़ता है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने अबतक फेज-1 और फेज-2 ट्रायल की मंजूरी दी है। क्लिनिक्ल ट्रायल्स रजिस्ट्री ऑफ इंडिया (CTRI) के मुताबिक भारत बायोटेक के फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल में 15 महीने लग सकते हैं।
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भारतीय Covaxin के अलावा विश्वभर में ऐसी तीन और वैक्सीन है जो अपने फेज-3 के पास पहुंच गई है , जिनमें चीन की Sinovac Biotech वो लेटेस्ट कंपनी है जिसने कोरोना वैक्सीन का फेज 3 ट्रायल शुरू कर दिया है। इनमें Sinovac के अलावा AstraZeneca-यूनवर्सिटी ऑफ ऑक्सफर्ड और चीन नैशनल फार्मास्यूटिकल ग्रुप (Sinopharm) शामिल हैं। अमेरिकी कंपनी Moderna भी इसी महीने बाद की स्टेज के ट्रायल शुरू करेगी। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, 6 जुलाई तक टोटल 19 वैक्सीन कैंडिडेट्स क्लिनिकल इवैलुएशन से गुजर रही हैं।